तानाशाही की भूख बढ़ाती है अराजकता GT-440

तानाशाही की भूख बढ़ाती है अराजकता:

मैंने कई बार लिखा है कि जब लोकतंत्र अराजकता की दिशा में बढ़ता है तो तानाशाही की भूख पैदा होती है। वर्तमान भारत में यही हो रहा है। जब संसद मछली बाजार बन जाए और कुछ लोग गुंडागर्दी करने पर उतारू हो जाए तो उसका और कोई समाधान नहीं हो सकता। वर्तमान भारत की संसद ने यह महसूस किया कि अब अराजकता को रोकने की शुरुआत संसद से ही करनी चाहिए। इसलिए प्रतीक स्वरूप संसद में गुंडागर्दी करने वालों को बड़ी संख्या में संसद में जाने से रोक दिया गया है। मेरे विचार से यह कार्य बहुत पहले ही करना चाहिए था। पिछले 5 वर्षों से सांसद को चलने नहीं दिया जा रहा है, गुंडा तत्व संसद में अराजकता पैदा कर रहा है। इसलिए वर्तमान सरकार ने जो शुरुआत की है वह भले ही देर से उठाया गया कदम हो लेकिन बहुत अच्छा है। जनता को इशारा करने के लिए शुरूआत संसद से ही करनी चाहिए। संसद से जिस तरह लोगों को निकाला गया है मैं उसकी प्रशंसा करता हूँ।