अपराध नियंत्रण में समाज की भूमिका GT-438
7.अपराध नियंत्रण में समाज की भूमिकाः समाज में आमतौर पर दो प्रकार के लोग माने जाते हैं अच्छे और बुरे। लेकिन मै...
आपराधिक कानून में बदलाव की जरूरत GT-438
8.आपराधिक कानून में बदलाव की जरूरतः मैं लंबे समय से लिखता रहा हूं कि भारत के आपराधिक और न्यायिक कानून बहुत पु...
अपराध, उग्रवाद, आतंकवाद और भारत
कुछ सर्वस्वीकृत सिद्धांत हैंः- 1 समाज को अधिकतम अहिंसक तथा राज्य को संतुलित हिंसा का उपयोग करना चाहिए । राज्य...
हमारी प्रमुख पहचान
हमारी प्रमुख समस्या नागरिकता की पहचान अथवा गिरती हुई अर्थव्यवस्था मैं बहुत वर्षों से लिखता रहा हूँ कि स...
धर्म परिवर्तन कितनी स्वतंत्रता कितना अपराध
धर्म शब्द प्राचीन समय में गुण प्रधान रहा है । धर्म स्वयं एकवचन है बहुवचन नहीं । जब भारत गुलाम हुआ तब भारत में ...
अपराध और अपराध नियंत्रण
अपराध और अपराध नियंत्रण धर्म ,राष्ट्र और समाज रुपी तीन इकाईयों के संतुलन से व्यवस्था ठीक चलती है। यदि इन तीनो...