क्या न्यायपालिका सर्वोच्च है ।
समाज में व्यक्ति एक मूल और सम्प्रभुता सम्पन्न स्वतंत्र इकाई मानी जाती है । व्यक्ति की स्वतंत्रता पर तब तक कोई ...
पर्दा प्रथा
कुछ प्राकृतिक सिद्धान्त है जो समाज द्वारा मान्य है । 1 दुनिया के कोई भी दो व्यक्ति सभी गुणो मे कभी एक समान नह...
चरित्र पतन का कारण व्यक्ति या व्यवस्था
किसी भी व्यक्ति के चरित्र निर्माण मे उसके जन्म पूर्व के संस्कारो का महत्व होता है । साथ ही पारिवारिक वातावरण औ...
पुलिस और न्याय व्यवस्था की समीक्षा
कुछ मान्य सिद्धान्त हैंः- राज्य का एकमात्र दायित्व होता है सुरक्षा और न्याय । अन्य जनकल्याणकारी कार...
न्याय और व्यवस्था
न्याय और व्यवस्था व्यवस्था बहुत जटिल है । न्याय और व्यवस्था को अलग-अलग करना बहुत कठिन कार्य है, किन्तु हम मोट...
परिवार व्यवस्था
परिवार व्यवस्था परिवार की मान्य परम्पराओं तथा मेरे व्यक्तिगत चिंतन के आधार पर कुछ निष्कर्ष हैं जो वर्तमान स्थ...
हमारी प्राथमिकता चरित्र निर्माण या व्यवस्था परिवर्तन
कुछ निष्कर्ष हैं। मानवीय चेतना से नियंत्रित व्यवहार को चरित्र कहते हैं। चरित्र मानवता और नैतिकता से जुडा हु...
वर्ण व्यवस्था
कुछ सिद्धान्त हैः- दुनियां में व्यक्ति दो विपरीत प्रवृत्ति के होते हैं। सामाजिक और समाज विरोधी। इन प्रवृत्...