भ्रष्टाचार पावर में है व्यक्ति में नहीं GT-439
भ्रष्टाचार पावर में है व्यक्ति में नहीं
मैं लंबे समय से यह बात लिखता रहा हूं कि व्यक्ति भ्रष्ट नहीं है बल्कि व्यक्ति के पास जो पावर इकट्ठा हो जा रहा है वह भ्रष्ट है। व्यक्ति जिस व्यवस्था में जी रहा है वह व्यवस्था भ्रष्ट है। अभी-अभी हम लोगों ने देखा कि ईडी भ्रष्टाचार रोकने का काम करती है लेकिन ईडी में ही कई लोग भ्रष्टाचार में पकड़े गए। अभी राजस्थान में भी भ्रष्टाचार में पकड़े गए थे अभी आंध्र में भी ऐसी घटना हुई है और भी कई जगह सुनने में आता है कि ईडी के लोग भी भ्रष्टाचार करते हैं। हम सब अच्छी तरह जानते हैं कि अंबानी को धमकी देने वाला भी कोई उच्च शक्ति प्राप्त पुलिस अधिकारी ही था। ड्रग्स रखकर एक कलाकार को फसाने का काम भी करने वाला कोई सीबीआई जांच अधिकारी ही था। इसलिए मैं इस बात का पक्षधर हूं कि सब प्रकार के पावर नीचे दे दिए जाएं बहुत ही मजबूरी में यदि कहीं पावर रखना हो तो उसे बहुत अच्छी निगरानी में रखा जाए स्वतंत्र ना छोड़ा जाए क्योंकि भ्रष्टाचार पावर में है, व्यक्ति में नहीं।
Comments