सम्पाती-गरूड़ सवांद

सम्पाती-गरूड़ सवांद

 

सम्पाती कह गये गरूड़ से, ऐसा भी दिन आयेगा।

जनता सारी राज करेगी, नेता धक्का खायेगा।

 

क्रान्ति एक ऐसी भी होगी, गुण्डे अंदर जायेंगे,

जिस नेता ने खून पिया है, वो अब बच ना पायेंगें,

जो भी होगा भला आदमी, वह आगे बढ़ पायेगा।

जनता सारी राज करेगी.........................................

 

कानूनों का जाल हटेगा, कोर्ट, वकील घट जायेंगे,

अपराधांे की लिस्ट घटेगी, आरक्षण हट जायेंगे,                         

जो कोई भी करेगा मेहनत, वही पेट भर खायेगा,

जनता सारी राज करेगी...................................

 

डीजल, बिजली, मंहगा होगा, सभी टैक्स हट जायेगे,

टूट जायेंगे विभाग सारे, अफसर लूट न पायेंगे,

सभी ओर खुषहाली होगी, हर चेहरे खिल जायेंगे

जनता सारी राज करेगी.............................................

 

बनियॉं, तस्कर, भ्रष्ट है अफसर, कह नेता लड़वाते है,

माल मलाई नेता खाते, हम सब छाछ न पाते है,

रीत यही है प्रजातंत्र की, बदलेगा सुख पायेगा,

जनता सारी राज करेगी.................................