बृजभूषण शरण सिंह की जीत के मायने GT-440

बृजभूषण शरण सिंह की जीत के मायने:

कुछ दिन पहले ही खेल चुनाव संपन्न हुए। यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हो गए थे क्योंकि इस चुनाव में सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच एक महत्वपूर्ण टकराव हो रहा था। सब लोगों को पता है कि बृजभूषण शरण सिंह एक दबंग नेता है जो भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। बृजभूषण शरण सिंह को परेशान करने के लिए विपक्षी दलों ने सबसे अच्छा मार्ग यह चुना कि, उन्होंने एक महिला को इनके खिलाफ खड़ा कर दिया और भारत का पूरा विपक्ष उस महिला खिलाड़ी के साथ जंतर मंतर पर आंदोलन करने लगा। उस महिला खिलाड़ी ने भी बहुत नीचे उतरकर आरोप लगाए और बृजभूषण शरण सिंह को बदनाम करने के साथ-साथ परेशान करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह डटे रहे और काफी लड़ाई के बाद कल जब चुनाव हुआ तो बृजभूषण शरण सिंह के सारे लोग चुनाव में भारी बहुमत से जीत गए और विपक्षी दलों को बहुत शर्मिंदगी उठानी पड़ी। वह महिला तो इतनी अधिक गलत है कि उसने तो धमकी दी है कि मुझे जो चुनाव में हराया गया तो मैं अब खेल छोड़ दूंगी, कुश्ती छोड़ दूंगी। पच्चीस तरह का नाटक करने लगी और उस महिला को देखकर ऐसा लगता है कि अब विपक्ष केवल नाटक ही कर सकता है। विपक्ष न तो संसद में कुछ कर सकता है न राजनीति करने लायक है। यह चुनाव सत्तारूढ़ दल की विजय नहीं है बल्कि विपक्षी दलों की हार है। खासकर उन धूर्त महिलाओं की हार है जो वर्तमान कानून का लाभ उठाकर किसी भी पुरुष को कभी भी लांछित कर देती है।