मैं मध्य प्रदेश से अलग हुए छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में रहता हूं। मैं रामानुजगंज जिले के सबसे बड़े शहर रामानुजगंज का रहने वाला हूं।

    

     मैं मध्य प्रदेश से अलग हुए छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में रहता हूं। मैं रामानुजगंज जिले के सबसे बड़े शहर रामानुजगंज का रहने वाला हूं। मध्य प्रदेश में उत्तरी छत्तीसगढ़ का सरगुजा संभाग पहले एक जिला हुआ करता था उसी में रामानुजगंज भी शामिल था। उत्तरी छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी का सबसे बड़ा नेता मैं माना जाता था और मैं सरगुजा का 7 वर्ष तक जिला अध्यक्ष रहा। कांग्रेस की तरफ से उत्तर सरगुजा का सबसे बड़ा नेता टी एस सिंह को माना जाता था उनकी मां मध्य प्रदेश में मिनिस्टर थी उनके पिताजी मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव थे और वह स्वयं नगर निगम के अध्यक्ष भी थे और सबसे बड़े नेता भी थे। इस तरह मैं अगर उत्तर ध्रुव था तो टीएस सिंह दक्षिण ध्रुव थे लेकिन हम दोनों के बीच बहुत अच्छे संबंध थे हम दोनों ही मिलकर बहुत बार साथ बैठकर समस्याओं पर चिंतन करते रहते थे। वर्तमान समय में टीएस सिंह उत्तर छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े कांग्रेसी हैं और भूपेश बघेल दक्षिणी छत्तीसगढ़ के। हमारे रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह जी भूपेश बघेल गुट के बड़े नेता माने जाते हैं और हमेशा वह टीएस सिंह का विरोध करते रहे। दूसरी ओर राहुल गांधी अधिक साफ छवि होने के कारण टीएस सिंह के पक्षधर रहे हैं और प्रियंका गांधी अधिक उपयोगिता के कारण भूपेश बघेल की पक्षधर है। इस तरह दोनों के बीच मुख्यमंत्री का कुछ ना कुछ तिकड़म चलते ही रहती है। वर्तमान समय में राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का नए रूप से संगठन बनाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने रामानुजगंज क्षेत्र में अपनी पसंद से एक महिला जरिया लैतफलांग को यह जांच करने के लिए भेजा कि उस क्षेत्र में सबसे अच्छा व्यक्ति कौन है जिसे हम कांग्रेस की जिम्मेदारी दें। भूपेश बघेल गुट की ओर से बृहस्पति सिंह ने राहुल गांधी के भेजी गई उस महिला पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया कि वह लोगों से पैसा वसूल कर रही है दूसरी ओर टीएस सिंह गुट ने बृहस्पति सिंह को कांग्रेस से निकलवा भी दिया है। इस तरह छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और टीएस सिंह के बीच का राजनीतिक टकराव राहुल गांधी को परेशान कर रहा है। ईमानदारी और योग्यता के आधार पर टीएस सिंह अधिक मजबूत पड़ रहे हैं और चालाकी के आधार पर भूपेश बघेल। यही आज वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस का वर्तमान है।