राजनीति के दस नाटकों की पृष्ठभूमि
व्यक्ति और समाज एक दूसरे के पूरक होते हैं । व्यक्तियों को मिलाकर ही समाज बनता है और समाज ही प्रत्येक व्यक्ति क...
आत्मनिर्भर भारत
स्वतंत्रता और सहजीवन का तालमेल ही समाजशास्त्र है । स्वतंत्रता प्रत्येक व्यक्ति का प्राकृतिक अधिकार है तो सहजीव...
आदर्श राज्य
दुनियां का प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी देश का नागरिक होता है । हर नागरिक की अपने देश की सरकार से कुछ मौलिक अप...
समाधान
वर्तमान भारत में हम जो भी समस्याओं का विस्तार देख रहे हैं वह विश्वव्यापी है और बहुमुखी है । इसका एक सूत्री कार...
राजनीति के दस नाटक भाग तीन
पिछले लेख में हम स्पष्ट कर चुके हैं कि भारतीय राजनीति लोकतांत्रिक तरीके से समाज को गुलाम बनाने के लिये दस प्रक...
समान नागरिक सहिंता
व्यक्तिगत रूप से नियंत्रित करने के बाद भी अलग-अलग प्रकार से संबंधित है। संविधान में संविधान में बदलाव नहीं किय...
लोक संसद या जन संसद
लोक संसद का प्रारूप प्रस्ताव (1) वर्तमान लोकसभा के समकक्ष एक लोकसंसद हो। लोकसंसद की सदस्य संख्या, चुनाव प्रण...
भारत की आदर्श अर्थनीति
कुछ स्वीकृत निष्कर्ष हैः- आर्थिक समस्याओं का सिर्फ आर्थिक समाधान होना चाहिये। किसी भी परिस्थिति में प्रशा...