नया विधान

नया विधान

नया विधान बनायेंगे हम नया विधाना बनायेंगे।

नेता, कर कानून बदलकर, भ्रष्टाचार मिटायेंगे।।

 

                                    मूलभूत अधिकारों का, पूरा-पूरा हो संरक्षण।

                                    जीने का, अभिव्यक्ति और सम्पति का होगा रक्षण।।

 

एक देह है एक संहिता, सबके लिये बनायेंगे।।

 

                                    श्रम का मूल्य बढ़ेगा इसमें, तब भागेगी बेकारी।

काम मिले हर हाथ को, अपनी ऐसी होगी तैयारी।।

 

शोषण भ्रष्टाचार मिटाकर, खुषहाली हम लायेंगे।

 

एक बिन्दु कर का आरोपण, करना है इसमें भाई।

उत्पादन बढने  पर ही तो, घट सकती है मंहगाई।।

 

सत्ता सिमट नही पाये, यह प्रवधान हम लायेंगे।

 

जुर्म नियंत्रण की गांरटी, देगी अब सरकार यहां।

अमन चैन हो, पनप न पाये, कोई भ्रष्टाचार यहां।।

 

एक देष हम एक यहां पर, सबको गले लगायेंगे।

नेता, कर कानून बदलकर, भ्रष्टाचार मिटायेंगे।।