ब्लैक मेलर महिलाएं से सचेत रहने की आवश्यकता GT-439

ब्लैक मेलर महिलाएं से सचेत रहने की आवश्यकता

मैं तो बहुत लंबे समय से लिखता रहा हूं कि महिलाओं को समान अधिकार दे दिया जाए, विशेष अधिकार देना बहुत घातक होगा लेकिन हमारी सरकारी पश्चिम की आंख बंद करके नकल कर रही हैं और महिलाओं को समान अधिकार न देकर विशेष अधिकार दे रहे हैं। उसी का आज परिणाम दिख रहा है कि अनेक धूर्त महिलाएं इन विशेष अधिकारों का दुरुपयोग कर रही हैं। आज सज्जन जिंदल को भी पता चल गया होगा कि विशेष अधिकार दिए जाने के क्या परिणाम होते हैं। एक महिला जज ने अपने सीनियर अफसर पर भी आरोप लगा दिया। एक आईएएस अफसर के लड़के पर भी एक महिला ने अनर्गल आरोप लगा दिए। आज तो बाढ़ आई हुई है इस प्रकार की महिलाओं की जो पुरुषों को ब्लैकमेल कर रहे हैं, बहुत से बेचारे पुरुष ब्लैकमेल भी हो रहे हैं। अब सजल जिंदल न्यायाधीश महोदय और आईएएस अफसर को यह आभास हो रहा है कि जिस समय मुनि जी कह रहे थे उसे समय इन्हें सावधान हो जाना चाहिए था। मैं फिर कहता हूं कि महिलाओं को विशेष अधिकार देने के बहुत अधिक दुष्परिणाम भोगने पड़ेंगे। कोई भी धूर्त महिला किसी पर भी कभी भी आरोप लगा देगी। मैं सज्जन जिंदल आईएएस अफसर या सीनियर जज को निर्दोष नहीं कह रहा, लेकिन मेरा यह अनुभव बताता है कि अनेक महिलाएं पुरुषों के साथ सहमति से संबंध बनाती हैं और बाद में जब आपस में खटपट होती है तब वह कानून का दुरुपयोग करती है यह लटकती हुई तलवार बहुत घातक है। फिर से मेरा निवेदन है की महिलाओं को समान अधिकार दे दीजिए विशेष अधिकार समाप्त कर दीजिए। दूसरी बात यह है कि महिलाएं यदि कोई आरोप लगाती हैं तो प्रथम दृश्ट्या उसे सच मानने की गलती मत कीजिए।