कांग्रेस क्यों नहीं समान नागरिक संहिता पर बात करती : GT-448
कांग्रेस क्यों नहीं समान नागरिक संहिता पर बात करती : भारत के चुनाव की सारी दुनिया में चर्चा हो रही है। लगातार नेहरू परिवार पर यह आरोप लगाया जा रहा है, कि चाहे धार्मिक आधार हो या वोटों का लालच हो, लेकिन नेहरू परिवार स्वतंत्रता के बाद ही लगातार मुसलमान के पक्ष में खड़ा रहा है। वर्तमान राहुल गांधी पर भी यही आरोप लग रहा है, लेकिन यह बेशर्मी की हद ही है कि एक बार भी नेहरू परिवार का कोई आदमी सामने आकर नहीं बोल रहा है, कि हम किसी प्रकार का हिंदू-मुसलमान का भेद नहीं चाहते। हम भारत के प्रत्येक व्यक्ति को बराबर देखना चाहते हैं। हम मुसलमान को अलग से आरक्षण नहीं देंगे, हम मुसलमान को किसी प्रकार की अलग रियायत नहीं देंगे, जो भी रियायत या सुविधा होगी वह हिंदू-मुसलमान सबके लिए बराबर होगी, यह बात बोलने में कांग्रेस पार्टी के लोगों को शर्म आ रही है। यह बात राहुल गांधी तो बोल ही नहीं पा रहे हैं, यहां तक कि राहुल गांधी के खास लोग पाकिस्तान की भी तारीफ कर रहे हैं। मुझे यह देखकर आश्चर्य होता है कि इस प्रकार सांप्रदायिकता के समर्थक कुछ गिने-चुने हिंदू भी इन अर्धमुस्लिम नेहरू परिवार के पक्ष में खड़े हो जाते हैं, पता नहीं उन्हें इस संबंध में क्या प्राप्त होता है। मैं फिर से निवेदन करता हूँ कि, भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं शरिया से नहीं, भारत संविधान से चलेगा। भारत में हिंदू-मुसलमान का कोई भेद नहीं होना चाहिए, सबके लिए बराबर कानून होना चाहिए । जो भी लोग राहुल गांधी के साथ ईमानदारी से खड़े हैं, उन्हें यह प्रयत्न करना चाहिए कि एक बार राहुल गांधी से समान नागरिक संहिता के समर्थन पर बुला दीजिए। अब भारत का हिंदू दूसरे दर्जे का नागरिक बनकर नहीं रह सकता, अब भारत का हिंदू फिर से विभाजन का खतरा नहीं झेल सकता।
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