पाकिस्तान के सर्वोच्च सेना अध्यक्ष ने अमेरिका में जाकर अमेरिका के प्रमुख लोगों के बीच यह बात कही है कि हम भारत से डरने वाले नहीं है।

पाकिस्तान के सर्वोच्च सेना अध्यक्ष ने अमेरिका में जाकर अमेरिका के प्रमुख लोगों के बीच यह बात कही है कि हम भारत से डरने वाले नहीं है। यदि भारत कभी भी पाकिस्तान को कमजोर करेगा या खतरा पैदा करेगा तो हम भारत पर एटम बम का तत्काल प्रयोग करेंगे और उस आइटम बम से सबसे अधिक नुकसान अंबानी परिवार के व्यापार को होगा वहां से हम शुरुआत करेंगे। विचारणीय प्रश्न यह है कि पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष ने यह बात अमेरिका में क्यों कहीं क्योंकि इतनी गंभीर बात तो उसे पाकिस्तान में कहनी चाहिए थी अपने शासको के बीच में कहनी चाहिए थी लेकिन उसने अमेरिका को चुना। इसका अर्थ सिर्फ इतना ही है की वर्तमान समय में भारत और ट्रंप के बीच में जो मतभेद चल रहे हैं इस मतभेद में ट्रंप की चापलूसी करने के लिए पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष ने यह बात कही जबकि पाकिस्तान यह अच्छी तरह जानता है कि ट्रंप किस मामले में कितने गंभीर हैं कब किसको धमकी दे देंगे और कब किसके पक्ष में बोल देंगे यह कुछ पता नहीं है। ट्रंप को कोई चापलूसी करके प्रसन्न नहीं कर पाएगा लेकिन फिर भी पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष ने अपनी तरफ से यह कहने का प्रयास किया। मैं समझता हूं कि भारत में कोई भी इससे डरने वाला नहीं है क्योंकि भारत का बच्चा-बच्चा जानता है कि जब भी कोई ऐसी स्थिति पैदा होगी तो पाकिस्तान के आइटम बम और परमाणु बम भारत के कब्जे में होंगे पाकिस्तान के पास उनका अधिकार रहेगा ही नहीं और वह अगर काम आएंगे तो भारत के काम आएंगे लेकिन फिर भी अभी जब तक पाकिस्तानियों के पास इतनी स्वायत्त है तब तक बोलने में क्या जाता है। मूर्खता की भी कोई हद होती है पाकिस्तान ऐसी मूर्खता करने वाला अकेला नहीं है इस तरह की एटम बम की धमकी तो रुस भी रोज देता है ईरान भी रोज देता है और पता नहीं दुनिया में कौन-कौन एटम बम की धमकी देते हैं जबकि सब लोग जानते हैं कि जो शक्तिशाली होते हैं वह इस तरह धमकी नहीं देते।