हिंदी का विरोध और अंग्रेजी का बढ़ावा घातक: GT-439

तुष्टिकरण ब्लैकमेलिंग का एक माध्यम है:

            तुष्टिकरण की नीति समाज में बहुत घातक प्रभाव डालती है। भारत अल्पसंख्यक तुष्टीकरण से तो प्रभावित था ही अब तो हर संगठित समूह तुष्टिकरण के लिए दबाव डाल रहा है। आदिवासी, दलित, महिला, सरकारी कर्मचारी, अंग्रेजी भाषा आदि के आधार पर पता नहीं कुकुरमुत्ते की तरह कितने संगठन बन गए हैं जो सरकार पर तुष्टिकरण के लिए दबाव डालते हैं और सरकार भी वोटो की लालच में उनके तुष्टीकरण में फंस जाती है। हमें इस प्रकार के सारे तुष्टीकरण को समाप्त कर देना चाहिए। यह संगठित दबाव ब्लैकमेलिंग के माध्यम है जिसमें आसंगठित लोगों का शोषण होता है। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि सब प्रकार के तुष्टीकरण को समाप्त कर दें क्योंकि तुष्टीकरण समाज में बहुत गलत संदेश दे रहा है।