मां संस्थान समाज की समस्याओं के कारणों की पहचान करता है

मां संस्थान समाज की समस्याओं के कारणों की पहचान करता है, उनके समाधान प्रस्तुत करता है और जहाँ संभव हो, आंशिक रूप से समाधान की शुरुआत भी करता है। मां संस्थान का स्पष्ट उद्देश्य यह है कि असत्य को निरुत्साहित किया जाए और सत्य के प्रति लोगों को अधिक प्रोत्साहित किया जाए। इसी क्रम में संस्थान समय-समय पर समाज में प्रचलित महत्वपूर्ण असत्यों की जाँच कर उनके पीछे का सच सार्वजनिक करता है।

इसी संदर्भ में हमने उस प्रचार की जाँच की, जिसमें यह दावा किया जाता है कि गांधी जी के पुत्र हरिलाल ने मुसलमान बनने के बाद ज़करिया नामक किसी व्यक्ति के प्रभाव में आकर अपनी ही बेटी के साथ बलात्कार किया था। यह घटना अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत की जाती रही है और इसके समर्थन में कस्तूरबा गांधी के कथित पत्र का भी हवाला दिया जाता है।

इस विषय की गहन जाँच के लिए मां संस्थान ने देश के छह प्रमुख व्यक्तियों की एक समिति गठित की। इस समिति में लोकसभा चैनल के एंकर रामवीर श्रेष्ठ, हिंदुस्तान समाचार के पत्रकार राकेश कुमार, समाजवादी विचारक बहादुर सिंह यादव, आर्य समाज के प्रसिद्ध धर्मप्रचारक सुनील देव जी शास्त्री ‘अरिष्ट’, तथा पटना के इतिहासकार विपुल जी को सदस्य बनाया गया। समिति का अध्यक्ष भारत के प्रमुख समाज-वैज्ञानिक के सम्मान से सुशोभित श्री बृजेश राय जी को नियुक्त किया गया।

समिति ने दो महीनों तक गहन शोध और जाँच-पड़ताल के बाद अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट पर कल देश के 16 प्रमुख व्यक्तियों ने विचार-मंथन किया और सर्वसम्मति से यह निष्कर्ष निकाला कि यह घटना पूरी तरह असत्य है और जानबूझकर प्रचारित की गई है। इस प्रचार के माध्यम से मुसलमान समाज और गांधी परिवार—दोनों को एक साथ निशाना बनाया गया है।

समिति के सभी सदस्यों ने इस खोजबीन में अत्यंत परिश्रम किया, जिसके लिए वे सभी धन्यवाद के पात्र हैं। मां संस्थान अब अंतिम रूप से यह घोषित करने की स्थिति में है कि इस प्रकार की असत्य घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर समाज में फैलाया जा रहा है, और इस प्रवृत्ति की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।

फिर भी, यदि कोई व्यक्ति इस घटना के संबंध में प्रामाणिक ऐतिहासिक साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहता है, तो मां संस्थान इस विषय पर चर्चा के लिए सदैव तैयार है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि यह प्रचार जानबूझकर असत्य फैलाने के उद्देश्य से किया गया है।